फैकल्टी विवरण

प्रो. प्रमोद कुमार

प्रो. प्रमोद कुमार, Ph.D. in Journalism

एक जनवरी, 1969 को जन्में प्रो. (डॉ.) प्रमोद कुमार ने फ़रवरी 2020 में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला, के दीनदयाल उपाध्याय अध्ययन केंद्र से सहायक आचार्य के रूप में अपना अकादमिक करियर प्रारंभ किया। अक्टूबर 2020 से वे भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली, के अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग में प्रोफेसर हैं। उनके पास उर्दू पत्रकारिता विभाग के पाठ्यक्रम निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी है। साथ ही भारतीय जन संचार संस्थान में डीन छात्र कल्याण, आउटरीच एक्टिविटीज तथा प्लेसमेंट सेल के अध्यक्ष और आईआईएमसी की प्रतिष्ठित यूजीसी सूचीबद्ध शोध पत्रिका ‘संचार माध्यम’ के संपादक भी हैं।

प्रो. कुमार हिंदी और अंग्रेजी में नौ पुस्तकों के लेखक एवं संपादक हैं। साथ ही उन्होंने वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा (राजस्थान) के पत्रकारिता स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की पाठ्य पुस्तकों हेतु कुछ अध्याय भी लिखे हैं। उनकी महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं: द फ्यूचर न्यूज़रूम (अंग्रेजी), मीडियाकर्म: योग्यता और यथार्थ (हिंदी), दीनदयाल उपाध्याय वर्ल्ड ऑफ़ लिटरेचर: एनोटेटिड बिबलियोग्राफी (अंग्रेजी), अन्संग बिल्डर्स ऑफ़ मॉडर्न भारत: फोलोविंग गाँधी इन डीड्स (अंग्रेजी), बापू के पदचिन्हों पर: आधुनिक भारत के गुमनाम समाज-शिल्पी (हिंदी), इनोवेशन इन एडमिनिस्ट्रेशन (अंग्रेजी), असरकारी प्रशासन: नई सोच, नई दृष्टि (हिंदी), इंडियाज विज़न फॉर ग्लोबल प्रोस्पेरिटी (अंग्रेजी) आदि। एक प्रतिभागी और वक्ता के रूप में उन्होंने 100 से अधिक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कार्यशालाओं, सम्मेलनों में भाग लिया है। अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में उनके शोध पत्र अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। विगत पांच वर्षों से प्रो. कुमार भारतीय मीडिया संस्थानों में ‘समाधानपरक पत्रकारिता’ को न्यूज़रूम की एक मुख्य बीट के रूप में स्थापित कराने हेतु प्रयासरत हैं।

प्रो. प्रमोद कुमार ने वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा, राजस्थान से पत्रकारिता में शोध उपाधि प्राप्त की है। शोध के दौरान उन्होंने भारतीय मीडिया के न्यूज़रूम में हुए व्यापक तकनीकी बदलाव का अध्ययन किया है। इस सम्बन्ध में उन्होंने ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’, ‘द इंडियन एक्सप्रेस’, ‘दैनिक भास्कर’, ‘राजस्थान पत्रिका’, ‘आजतक’ और ‘टाइम्स नाऊ’ के न्यूज़रूम में हुए तकनीकी बदलावों का विशेष अध्ययन किया। उनके पास पत्रकारिता एवं जनसंचार तथा राजनीति विज्ञान में स्नातकोतर उपाधियाँ हैं।

अकादमिक जगत में प्रवेश से पहले प्रो. कुमार ने तीन दशक तक देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। उनके पास रिपोर्टिंग और डेस्क दोनों ही जगहों पर काम करने का लंबा अनुभव है। उनके द्वारा लिखे हुए 3000 से अधिक समाचार, लेख और फीचर देश के विभिन्न हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। उन्होंने देश-विदेश की 150 से अधिक प्रमुख हस्तियों के साक्षात्कार किये हैं जिनमें श्री नरेन्द्र मोदी, श्री अटल बिहारी वाजपेयी, श्री राजनाथ सिंह, श्री नारायणदत्त तिवारी, श्री सुन्दरलाल बहुगुणा, श्री सीताराम केसरी, मौलाना वहीद्दुदीन खान, डॉ. मोहन भागवत, श्री नानजी देशमुख, डी. राजा, श्री गुरुदास दासगुप्ता, प्रो. बलराज मधोक, जार्ज फर्नांडेज़, डॉ. एस. वाई. कुरैशी, डॉ. ताहिर-उल-कादरी (प्रमुख पाकिस्तानी स्कॉलर), ओलंपियन साक्षी मालिक, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, इस्रायली सिंगर श्री गिल रोन शमा, इमाम शेख मोहम्मद तौहीदी (ईरान में जन्में शिया मुस्लिम इमाम), आदि।

प्रो. प्रमोद कुमार द्वारा लिखित अनेक समाचार एवं लेख नई दिल्ली स्थित भारतीय संसद की लाइब्रेरी में संग्रहित किये गए हैं। वर्ष 2013 से 2018 तक प्रमुख अंग्रेजी साप्ताहिक ‘ऑर्गनाइजर’ में उनके द्वारा लिखित विशेष स्तम्भ ‘द ट्रेंडसेटर’ को पाठकों द्वारा बहुत पसंद किया गया। इस स्तम्भ के माध्यम से प्रो. कुमार ने समाज के रचनात्मक पक्ष को प्रमुखता से उजागर किया। इसमें ऐसे व्यक्तिओं और संस्थाओं के बारे में जानकारी प्रकाशित होती थी जो अपने-अपने क्षेत्र में सामाजिक बदलाव हेतु काम कर रहे हैं और उनके प्रयासों से उन क्षेत्रों में रचनात्मक बदलाव का एक बड़ा चित्र दिखाई देने लगा है। अंग्रेजी साप्ताहिक ‘ऑर्गनाइजर’ के अलावा प्रो. कुमार ने हिंदी साप्ताहिक ‘पांचजन्य’ में भी कई वर्ष तक काम किया। इसके अलावा देश के दो दर्जन से अधिक समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में उन्होंने लेख लिखे हैं। वे वर्ष 1998 से 2020 तक लगातार दिल्ली सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार रहे हैं। वे फ़रवरी 2014 से 2016 तक दिल्ली सरकार की प्रेस प्रत्यायन समिति के सदस्य रहे। इसके अलावा वर्ष 2016 से 2018 तक भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय की केंद्रीय प्रेस प्रत्यायन समिति के सदस्य भी रहे। पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान हेतु देश की अनेक संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया है।

प्रो. कुमार का ट्विटर हैंडल है@pramodsaini69