स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
- अवधि : दो वर्ष
- पाठ्यक्रम निदेशक : प्रो. (डॉ.) प्रमोद कुमार
- कुल सीटें : 40
स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन (एमएएससी) कार्यक्रम को वैश्विक सामरिक संचार क्षेत्र, राष्ट्रों, राजनीति, व्यक्तियों, संस्कृति, अर्थव्यवस्था, निगमों, कूटनीति और रक्षा के लिए इसकी भूमिका और प्रासंगिकता की गहन समझ प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, साथ ही तेजी से बदलते संचार परिदृश्य में सूचना युद्ध, संकट संचार, धारणा और ब्रांड प्रबंधन और भू-राजनीतिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए उभरते सूचना प्रौद्योगिकी उपकरणों की खोज और जांच भी की जाएगी। यह कार्यक्रम एशियाई क्षेत्र में उभरती रणनीतिक चुनौतियों और अवसरों पर तीव्र ध्यान केंद्रित करते हुए वैश्विक रणनीतिक संचार की गतिशीलता का पता लगाता है। यह मीडिया और वैश्विक संचार को विभिन्न विकासात्मक मुद्दों से जोड़ने के उद्देश्य से अंतःविषयक और बहु-विषयक दृष्टिकोणों पर जोर देता है।
पाठ्यक्रम के उद्देश्य
- वैश्विक सूचना युद्ध के दौरान उपयोग की जाने वाली डिजिटल प्रौद्योगिकी और रणनीतियों की समझ विकसित करना। उन्नत संचार और डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके प्रभावी संकट संचार रणनीतियों को डिजाइन और निष्पादित करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना।
- वैश्विक रणनीतिक संचार क्षेत्र और भारत के समक्ष आज मौजूद रणनीतिक चुनौतियों की गहन समझ विकसित करना, तथा शिक्षार्थियों को वैश्विक रणनीतिक संचार की क्षमता और सीमाओं की सराहना करने में सक्षम बनाना।
- शिक्षार्थियों को रणनीतिक संचार अनुसंधान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना, उनके द्वारा सीखी गई बातों को वास्तविक जीवन की संचार समस्या पर लागू करना तथा रणनीतिक संचार में निपुणता प्रदर्शित करना।
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतिक संचार में उपलब्ध विभिन्न कैरियर के अवसरों से शिक्षार्थियों को परिचित कराना।