पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (उर्दू)
- अवधि : एक वर्ष
- पाठ्यक्रम निदेशक : प्रो. (डॉ.) वी.के. भारती
- कुल सीटें : 30
भारतीय जनसंचार संस्थान में उर्दू पत्रकारिता की नींव वर्ष 2013 में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरुआत के साथ रखी गई थी। शुरुआती सफल प्रयोगों के बाद साल 2017 में इसे पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स में बदल दिया गया। अन्य डिप्लोमा कोर्स की तरह यह भी एक वर्ष का कोर्स है। पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मीडिया पेशेवरों को प्रशिक्षित करना है जो प्रौद्योगिकी-संचालित उर्दू मीडिया की बदलती जरूरतों के अनुसार काम कर सकते हैं। उर्दू मीडिया उद्योग की व्यावहारिक समझ पैदा करने के लिए उर्दू मीडिया में काम करने वाले कुछ प्रतिष्ठित पत्रकारों को अतिथि व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया जाता है। व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए छात्र प्रयोगशाला जर्नल तैयार करते हैं। उर्दू पत्रकारिता में वर्तमान प्रवेश संख्या 30 है, और पाठ्यक्रम केवल नई दिल्ली परिसर में कराया जाता है।
पाठ्यक्रम के उद्देश्य
पाठ्यक्रम के उद्देश्य
- भारत में संचार पर एक व्यापक परिप्रेक्ष्य प्रदान करना।
- प्रभावी संचार के माध्यम से भागीदारी और भागीदारी को बढ़ावा देने में पत्रकारों की भूमिका पर जोर देना। उन्हें संचार कौशल की एक श्रृंखला से परिचित करना।
- To familiarize and equip them with a range of communication skills.
- उचित संचार रणनीतियों का विकास करना।
- उभरती प्रौद्योगिकियों के मद्देनजर रिपोर्टिंग/संपादन/उत्पादन/वितरण की नई/विकसित तकनीकों से अवगत कराना।
- सरकारी मीडिया संगठनों और निजी पहलों की भूमिका बताना।